क्या किसी कंपनी के कर्मचारी पर 420,406 &120B IPC बनता है?

सर मेरे पति एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करते थे उनका joining date 29/09/2012 और 26/04/2014 को उन्होंने कंपनी में इस्तीफा दे दिया । कंपनी 2011 से ही काम करती थी कंपनी में 5 डायरेक्टर थे उनके 2 कंपनी मार्किट में काम करती थी। कंपनी अपने डीलरो से नॉन-रेफेंडबले / रिफंडेबल सेक्युरिटी/ माल का पैसा लिया और माल देते रही कंपनी के पास डीलर का केवल रिफंडेबल सिक्योरिटी मनी ही जमा था बाद में रेट का आपसी विवाद हुआ जिसके चलते राजसथान में FIR दर्ज हुआ और 31/07/2014 को एक डायरेक्टर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया उसके बाद से कंपनी का सारा काम बंद हो गया फिर कंपनी के लगभग 100 डीलर ने FIR कर दिया। मेरे पति 19/09/2016 को राजसथान पुलिस ने अरेस्ट कर लिया फिर बाद में 4 दिसंबर 2016 को ही कंपनी के बाकी 4 डायरेक्टर और एक कर्मचारी राजसथान पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।जब कि डायरेक्टर सुप्रीम कोर्ट में 1,5 करोड़ ,चंडीगढ़ हाइकोर्ट में 2.04 करोड़ और जयपुर हाइकोर्ट में 50 लाख जमा करके अपना बोना फाइट क्लियर किया वो सब कोर्ट में एडमिट कर रहे है कि रिफंडेबल सिक्योरिटी और माल का एडवांस पैसा जमा है तो वो डीलर को देने को तैयार थे।लेकिन डीलर पैसा नही लिए।बाद में कोर्ट ने सारा पैसा डाइरेक्टर को वापस कर दिया।अब पुलिस सारे केस में डाइरेक्टर के साथ मेरे पति को भी अरेस्ट कर रही है मुझे बताये की मैं अब क्या करूँ 100 केस में bail करना बहुत मुश्किल है।