रेलवे 143
रेलवे 143 के तहत मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा कायम किया गया है मुझे ये ज्ञान नहीं था की पर्सनल यूजर आई डी से टिकट बिक्री नहीं की जाती है मेरे पास एजेंट आई डी भी है जब मुझे ये ज्ञान हुआ की पर्सनल यूजर आईडी से टिकट बनाना अपराध के दायरे में आता है तो मैने टिकट बनाना बंद कर दिया और एजेंट id se hi टिकट बनाना सुरु कर दिया मैंने पर्सनल id se 6 महीने कोई भी टिकट नहीं बनाया उसके बावजूद मुझे गिरफ्तार कर लिया व जेल भेज दिया (बिना किसी अग्रिम नोटिस के ) अब जांचकर्ता अधिकारी जबरन सारे पुराने टिकट धारकों को फोन मिला कर जबरन बयान करा रहे की आधार कार्ड दो और झूठा बयान करो वरना तुम जेल जाओगे
मुझे ये बताने की कृपा करे की इस केस में क्या हो सकता है मैं १४ दिन की जेल काट के आ चुका हु झूठे आरोप m भी