Section 420,467,468,471 and 120 B of IPC

फ़र्ज़ी अंकसूची के एक प्रकरण में मुख्य आरोपी को दिनांक ३ अप्रैल को गिरफतार किया ,उसके द्वारा दिए गए धारा २७ के बयान के आधार पर सहआरोपी को दिनांक १७ अप्रैल को गिरफ्तार किया गया ,वर्ष २००३ से वर्ष २०१० तक मात्र कोर्ट में डेट्स लगती रही ,वर्ष २०१० से प्रकरण में कोर्ट की सुनवाई प्रारम्भ हुई ,जहाँ धारा २७ के बयान मुख्य आरोपी ने अस्वीकार किये जो सहआरोपी को लेकर थे , एवं इस मेमो के दोनों गवाह होस्टाइल रहे ,अभियोजन एवं जब्ती गवाह होस्टाइल रहे ,यहाँ तक की विवेचना अधिकारी ने भी कोर्ट को बताया की उसके द्वारा सहआरोपी से जब्त सामग्री का प्रकरण से सम्बंधित होना नहीं पाया है,परिस्थिति जन्य साक्ष्य की शृंखला अपूर्ण है ,क्या सहआरोपी को इस आधार पर बरी किया जा सकेगा